गरियाबंद: Gariaband News ये तो सभी जानते हैं कि दहेज लेना पाप है और देना भी पाप है। अक्सर इसको जागरूक करने के लिए सामाज हमेशा इसके खिलाफ रहता है, इसके बावजूद भी दहेज प्रथा का प्रचलन कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा ही एक मामला गरियाबंद जिले से सामने आया है। जहां एक दूल्हे की डिमांड पूरी नहीं होने से दुल्हन के साथ शादी करने से इनकार कर दिया।
Gariaband News मिली जानकारी के अनुसार, घटना घटना सीटी कोतवाली थाना क्षेत्र के रावण भाटा डागबँगला का है। दरअसल, यहां एक युवती की शादी बलोद जिले के लड़के से तय हुई थी। जिसके बाद बारात गरियाबंद पहुंचा। दुल्हन पक्ष ने बारात का धूधाम से स्वागत भी किया। जिसके बाद वरमाला के दौरान दूल्हा डिमांड करने किया। हालांकि उसे काफी समझाइश दी गई, लेकिन वो नहीं माना और तुरंत शादी नहीं करने का फैसला ले लिया। दूल्हे के इस फैसले से पूरे परिवार में हड़कंप मच गया।
इधर दुल्हन और उसकी मां का रो रोकर बुरा हाल हो गया। घटना के बाद दुल्हन पक्ष ने इस बात की शिकायत थाने में दी। दुल्हन की मां और दुल्हन के चाचा ने भी इसी तरह के आरोप लगाते हुए पहले गरियाबंद थाना और फिर गरियाबंद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर अपना आवेदन सौंपा। आवेदन में दहेज कम होने के चलते दूल्हा और उसके परिजनों के द्वारा बारात बिना शादी के वापस ले जाने की बात कहते हुए दूल्हे के परिजनों पर कार्यवाई की गुहार लगाई।
दुल्हन और उसके परिजनों का आरोप है कि कुलदीप परिवार में 2 दिन पूर्व शादी का आयोजन था। बारात छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के दल्लीराजहरा के रहने वाले दूल्हा अनिल गंधर्व के परिजन बरात ले कर पहुंचे थे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शाम को बाजे गाजे के साथ बारात निकली, दूल्हा के परिजन काफी नाचते गाते विवाह स्थल तक पहुंचे थे। लेकिन शादी के पहले दूल्हे ने दहेज की डिमांड की। जिसके बाद विवाद हो गया और दूल्हा बिना दुल्हन के ही बारात वापस ले गया। जिसके बाद परिजनों ने इस घटना की शिकायत रात में ही गरियाबंद थाना में दी और दूसरे दिन दोपहर को गरियाबंद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम काम्बले को भी लिखित आवेदन देते हुए कार्यवाही की मांग की है। पुलिस अधीक्षक ने भी तत्काल कार्यवाही का निर्देश दिया है। इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेंद्र चंद्राकर से बात करने पर वे कहते हैं शिकायत आवेदन प्राप्त हुआ है विवेचना जारी है।